“महिलाओं में हार्ट डिज़ीज की सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन चुकी है। आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में महिलाएं न केवल घर की जिम्मेदारियाँ निभा रही हैं, बल्कि प्रोफेशनल दुनिया में भी खूब सक्रिय हैं। लेकिन इसी भागदौड़ में अक्सर उनकी सेहत, विशेषकर दिल की सेहत, उपेक्षित रह जाती है। क्या आप जानती हैं कि हार्ट डिजीज अब महिलाओं में मौत का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है?
साँस फूलना और बेचैनी—चेतावनी का संकेत हो सकता है
1. शरीर के संकेतों को अनदेखा करना पड़ सकता है भारी
कभी-कभी दिल से जुड़ी परेशानी सीने में तेज़ दर्द की बजाय हल्के लक्षणों के रूप में सामने आती है — जैसे अचानक थकान, चक्कर आना, पसीना आना या घबराहट। खासकर महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण असामान्य हो सकते हैं।
यदि कोई भी असामान्य शारीरिक लक्षण बार-बार महसूस हो रहे हों, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।आज की महिलाओं में हार्ट डिज़ीज को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं, जो आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है।
2.महिलाएं दिल की देखभाल के लिए समय-समय पर जांच कराना, अपनी आदत में शामिल करें-
खुद की देखभाल में लापरवाही न करें।
“हम अक्सर अपने परिवार की सेहत को लेकर जागरूक रहते हैं, लेकिन अपनी सेहत के लिए समय नहीं निकालते।, उनके खानपान से लेकर डॉक्टर की सलाह तक हर बात का ध्यान रखते हैं। लेकिन अफ़सोस, इस भागदौड़ में हम अपनी ही सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। खुद के लिए समय निकालना ज़रूरी है, क्योंकि जब आप स्वस्थ रहेंगे, तभी पूरे परिवार का सहारा बन पाएंगे।”
“हर महिला को अपने हृदय स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना चाहिए और साल में कम से कम एक बार नीचे दी गई जरूरी जांचें अवश्य करवानी चाहिए।”
ब्लड प्रेशर
कोलेस्ट्रॉल प्रोफाइल
ईसीजी
ब्लड शुगर
ईकोकार्डियोग्राम (आवश्यकतानुसार)
“यह जांचें आपके दिल की मौजूदा स्थिति को उजागर करने के साथ-साथ भविष्य में होने वाले खतरों की चेतावनी भी समय पर देती हैं।”
3.”रोज़ाना आधा घंटा खुद के लिए निकालें और किसी भी रूप में व्यायाम जरूर करें।”
तनाव, चिंता और डिप्रेशन दिल की बीमारियों के छिपेे हुए कारक हैं। महिलाओं को अक्सर अपने इमोशन्स छिपाने की आदत होतीे है, जो उनकेेे स्वास्थ्य पर सीधा असर डालती है।
तनाव कम करने के तरीके:
मेडिटेशन
पसंदीदा हॉबीज़ में समय देना
सोशल सपोर्ट बनाए रखना
हर हफ्ते “Me Time” निकालना
कुछ अन्य बातें —
महिलाओं में दिल की बीमारी के मामलों में बीते कुछ सालों में तेजी से इज़ाफा हुआ है, जो चिंताजनक है।
“अगर समय रहते सतर्क न हुआ जाए तो महिलाओं में दिल की बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है।”
“महिलाओं में दिल की बीमारी का खतरा उम्र के साथ-साथ लाइफस्टाइल के कारण भी बढ़ता है।” “आज हर “महिलाओं में हार्ट डिज़ीज की बीमारी के प्रति जागरूक होना ज़रूरी है।”
“”महिलाओं में हार्ट डिज़ीज के लक्षण पुरुषों से अलग हो सकते हैं, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।”“दिल की सेहत को प्राथमिकता देना हर महिला के लिए उतना ही जरूरी है जितना परिवार का ख्याल रखना।”
“स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर “महिलाओं में हार्ट डिज़ीज बीमारी को काफी हद तक रोक सकती हैं।”
“”महिलाओं में हार्ट डिज़ीज की बीमारी की पहचान शुरुआती स्तर पर हो जाए, तो इलाज आसान हो सकता है।”
अगर आप अपने दिल को स्वस्थ, सक्रिय और मजबूत बनाए रखना चाहती हैं तो आज से ही इन पांच आदतों को अपनी ज़िंदगी में शामिल करें। ये कोई बड़े बदलाव नहीं हैं — बल्कि छोटी-छोटी कोशिशें हैं, जो लंबी उम्र और बेहतर जीवन की कुंजी हैं।
“एक स्वस्थ महिला ही एक स्वस्थ परिवार की नींव होती है।”